साहिबगंज SP नौशाद आलम ईडी दफ्तर पहुंच गए है। नौशाद आलम से ईडी साहिबगंज में 1000 करोड़ अवैध खनन मामले में ED के गवाह विजय हांसदा पर दवाब बनाने के मामले में पूछताछ करेगी।
इसके साथ ही मांगों पर भी चर्ची की गई। बता दें कि पारा शिक्षकों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द वेतनमान किया जाए। इसके साथ ही आकलन उत्तीर्ण, सीटेट व जेटेट के समतुल्य लाभ,सहायक आचार्य शिक्षक नियुक्ति में विभिन्न त्रुटियों का संशोधन किया जाए।
इससे पहले उन्हें 10 नवंबर को समन भेजकर 22 नवंबर को हाजिर होने को कहा गया था। लेकिन तब उन्होंने पुलिस मुख्यालय से मंतव्य मांगने की बात कह हाजिर नहीं हुए थे।
उसने अपने ही बंदूक को खुद को गोली मार ली जिससे उसकी मौत हो गई है। आत्महत्या के कारणों का अबतक पता नहीं चला पाया।
बिहार सरकार के इस फैसले को पटना हाईकोर्ट में चैलेंज किया गया है। एक जनहित जारी कर इसके असंवैधानिक वैधता को चुनौती दी गई है। जिसमें कहा गया है कि यह मैलिक अधिकारों का उल्लंघन है।
झारखंड के साहिबगंज के राजमहल स्थित उत्तरवाहिनी गंगा तट में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जहां श्रद्धालुओं ने वैदिक मुहर्त पर दो दिवसीय स्नान किया।
उसकी पत्नी अपने मायके परिजनों से मिलने गई थी। युवती अपने तीन बच्चों को अपने साथ लेकर गई थी। वहीं,अपने 4 साल की बेटी को घर में पिता के पास छोड़ दिया था।
रविवार शाम चारों बाजार कुछ खरीदारी करने गई थी। थोड़ी देर बाद परिजनों को जानकारी मिली कि कुछ देर बाद सूचना मिली की चारों जहर खाकर बेहोशी हालत में पड़ी है।
बंगाल से खाड़ी से आ रही हवा के कारण न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। भले ही दिन में धूप खिली रही हो लेकिन ठंड का एहसास हो रहा है।
सीएम ने कहा कि मुझपर झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। कहते हैं कि हेमंत सोरेन ईडी-सीबीआई से डरता है। अरे भाई! अगर मैने कुछ गलत किया है तो तो बांधकर ले जाओ, फांसी पर चढ़ा दो,मैं नहीं डरता हूं।
आवेदन की प्रकिया 28 नवंबर से शुरू हो जाएगी। छात्र-छात्राएं 12 दिसंबर से बगौर लेट फाइन दिए आवेदन कर सकते हैं। वहीं 13 दिसंबर से 20 दिसंबर तक लेट फाइन के साथ अवेदन किया जा सकता है। इसमें स्कूलों के नियमित,स्वतंत्र और पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते
इसमें हमें इस बात ध्यान रखना होगा कि अबतक जो इस विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं, जो भारत गांव में रहता है, जो भारत गरीबी में अपना जीवन बसर करता है। जिस भारत तक संसाधन नहीं पहुंच पाई है ,हमें इस विकसित भारत संकल्प यात्रा में उसे जोड़ना चाहिए।